बिटकॉइन में निवेश करना काफी खतरनाक साबित हो रहा है क्योंकि यह संगणक नेटवर्किंग पर आधारित होता है ऐसे में हैकर सिस्टम हैक करके आपके बिटकॉइन आसानी से चुरा सकता हैं। साथ ही इसकी शिकायत सुनने के लिए कोई भी अधिकारी या कर्मचारी का प्रावधान नहीं होता है या इसे किसी सरकारी बैंकों द्वारा नहीं चलाया जाता है। बिटकॉइन में कीमत का अत्यधिक उतार-चढ़ाव होता है और न ही इसका विश्व में कोई नियम तैयार किया गया है। इसमें फर्जीवाड़ा भी ज्यादा है एक बार पासवर्ड भूलने पर पुनः पासवार्ड नहीं मिलेगा। बिटकॉइन के बढ़ते मूल्यों को देखते हुए लोग बिटकॉइन में निवेश तो कर लेते हैं, परन्तु यह लचीलापन आम लोगों को महँगा पड़ जाता है। बिटकॉइन से रातोंरात अमीर बनने वाला व्यक्ति, किसी भी पूंजीपति या आम व्यक्ति की जिंदगी भर की कमाई को आकस्मिक बर्बाद कर सकता है।
बिटकॉइन, सरकार को एक नियामक प्रशासन-व्यवस्था के तहत लेना चाहिए ताकि ये भरोसेमंद बन सकें। इसका उपयोग बिना भय के किया जा सकें। जैसे कि कई राष्ट्रों ने बिटकॉइन को मान्यता तक नही दी हैं इसी प्रकार भारत सरकार को भी इस पर विचार करना चाहिए। बिटकॉइन नियामक न होने के कारण खतरा साबित करता है क्योंकि इसे वैश्विक स्तर पर निजी लोग संचालित करते हैं इसलिए सरकार का नियंत्रण होना आवश्यक हैं ताकि आम लोगों के लिए उपयोगी हो सके।
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