Friday 25 January 2019

गणतंत्र दिवस

अंग्रेजों के अत्याचार झेलने के बाद भी हमारे आजादी के शेर आजादी के लिए लड़ते और संघर्ष करते रहे। ब्रिटिश सरकार की पाबंदियों से परेशान स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने सन 1930 को इसी दिन 26 जनवरी को रावी नदी के निकट तिरंगा लहराया साथ ही यह घोषणा कर दी कि-"आज से हम स्वतंत्र हैं। हम आज़ाद है कि हम किसी ब्रिटिश कानून को स्वीकार करे या नहीं। जब तक हम पूर्ण स्वतंत्र नहीं हो जायेंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे!”
लंबे समय से ब्रिटिश शासन के गुलाम रहे भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी तो मिली, परंतु पुरु तरह से नहीं क्योंकि अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानूनों या नियमों का पालन करने के लिए प्रत्येक भारतीय मजबूर था। स्वतंत्रता के लगभग ढ़ाई वर्षों बाद यानी 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान प्रभावी हुआ। भारतीय संविधान को लागू पंडित नेहरू के, ब्रिटिश सरकार के कानूनों की नाराजगी के प्रति दिए गए भाषण 26 जनवरी 1930 को ध्यान में रखकर 26 जनवरी 1950 को लागू या प्रभावी किया गया था।

बात यह नहीं कि भारतीय संविधान कब लागू हुआ? बात यह है कि भारतीय संविधान होने के बावजूद भी नया संविधान रचा जा रहा है जिसका मुख्य कारण है भारतीय संविधान के अनुच्छेदों का उल्लंघन करना या संविधान का उलटफेर करना। जैसे कि दोषी को निर्दोषी या निर्दोषी को दोषी घोषित करना, कितना उचित है??

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